इंदौर। इंडिगो की इंदौर-जबलपुर फ्लाइट में US की महिला पैसेंजर और उनकी मां को चढ़ने से रोक दिया गया। बैग का वजन 1KG ज्यादा होने पर दोनों को वापस लौटना पड़ा। पैसेंजर का कहना है कि उन्होंने 500 रुपए एक्सट्रा चार्ज देने की भी बात कही, लेकिन अथॉरिटी ने परमिशन नहीं दी। कहा गया कि प्लेन छोटा है। सोमवार देर शाम उन्होंने शिकायत इंडिगो के कस्टमर केयर और कंज्यूमर फर्म में की है।
मूल रूप से जबलपुर के गोरखपुर में रहने वाली पैसेंजर, मां कविता के साथ जबलपुर जाने के लिए इंदौर एयरपोर्ट पहुंची थीं। इंडिगो की इंदौर-जबलपुर फ्लाइट (6e7316) सुबह 6.20 पर थी। सुबह 8.55 पर फ्लाइट जबलपुर पहुंचती है। वजन ज्यादा होने पर उन्हें एयरपोर्ट अथॉरिटी ने प्लेन में बैग ले जाने की इजाजत नहीं दी। कविता ने एक्सट्रा चार्ज (इस तरह की कंडीशन में एक्सट्रा चार्ज लेकर परमिशन दे दी जाती है) देने की बात कही, लेकिन अथॉरिटी ने साफ इनकार कर दिया। कविता का कहना है कि एयरपोर्ट पर लॉकर देने से भी मना कर दिया। एयरपोर्ट कैम्पस के बाहर तक बैग ले जाने की परमिशन मांगी तो वापस अंदर आने की परमिशन नहीं मिली। ऐसे उन्हें वापस लौटना पड़ा।
14 नवंबर को US से आई थी
कविता ने बताया कि वह 14 नवंबर को US से दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरीं थी। वहां से इंदौर आईं। यहां गुलाब बाग में बेटी के घर रुकी थी। सोमवार को जबलपुर जाना था। लेकिन, वापस बेटी के घर आना पड़ा।
इंडिगो मैनेजर बोले- प्लेन छोटा
इंडिगो के मैनेजर से कविता और उनकी बेटी ने बात की। मैनेजर ने ऑपरेशन में होने की बात करते हुए कॉल डिस्कनेक्ट कर दिया। बताया कि प्लेन का साइज छोटा है। इसमें इस तरह का बैग ले जाने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कस्टमर केयर पर बात करने के लिए कहा।
72 सीटर है प्लेन
जिस इंडिगो की फ्लाइट (6e7316) से मां-बेटी को जाना था, वो 72 सीटर है। 62 इंच का बैग ले जाने की परमिशन है। वजन 30 kg होना चाहिए। बताया जा रहा है कि पैसेंजर का बैग 60इंच का था, लेकिन वजन 31kg।