UJJAIN: महाकाल की पांचवीं सवारी: अंतिम सावन के दिन पांच रूपों में भक्तों को देंगे दर्शन, उमड़ेगा श्रद्धा का सैलाब
UJJAIN: प्रदेश के मुख्यमंत्री करेंगे महाकाल के चंद्रमौलेश्वर रूप का पूजन,और आदिवासी गैंडा जनजाति के कलाकार करेंगे सैला करमा नृत्य का प्रदर्शन|
उज्जैन| उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से श्रावण माह की अंतिम सवारी में भगवान महाकाल पांच अलग-अलग रूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। इस विशेष आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। सवारी की शुरुआत मंदिर से दोपहर 3:30 बजे होगी, जहां मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा पूजा-अर्चना के बाद इसे नगर भ्रमण के लिए रवाना किया जाएगा।
सवारी मार्ग: शिप्रा तट पर होगा जलाभिषेक
सवारी महाकालेश्वर मंदिर से शुरू होकर कोटमोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए शिप्रा नदी के रामघाट पहुंचेगी, जहां भगवान महाकाल का जलाभिषेक किया जाएगा। इसके बाद सवारी विभिन्न मार्गों से होकर शाम 7 बजे पुनः मंदिर पहुंचेगी।
पांच रूपों में होंगे भगवान महाकाल के दर्शन
भगवान महाकाल इस सवारी में पांच अलग-अलग रूपों में भक्तों को दर्शन देंगे—चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव, नंदी पर उमा महेश और डोल रथ में होल्कर रूप में।
श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण
इस बार की सवारी में आदिवासी गौंड जनजाति के कलाकार सैला करमा नृत्य की प्रस्तुति देंगे, जो श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष आकर्षण होगा। श्रावण माह के इस आखिरी दिन, भगवान महाकाल की भव्य सवारी में श्रद्धालुओं का अद्वितीय उत्साह देखने को मिलेगा।