RHUMI-1: भारत का पहला प्राइवेट हाईब्रिड री-यूजेबल रॉकेट "RHUMI-1" का लॉन्च
RHUMI-1: यह लॉन्च न केवल भारत के लिए, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें भारत ने अपनी तकनीकी क्षमता को सिद्ध किया है।
सीटीटुडे | भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिक डॉ. पुनीत स्वरूप ने उज्जैन में विद्यार्थियों को जानकारी दी कि भारत का पहला निजी कंपनी का हाईब्रिड पुन:प्रयोज्य (री-यूजेबल) रॉकेट "RHUMI-1" इस शनिवार को लॉन्च होगा। इस दौरान उन्होंने चंद्रयान-3 और गगन यान के मिशन के बारे में भी बताया।
चंद्रयान-3 ने खोले नए आयाम
हाल ही में चंद्रयान-3 ने चांद की सतह के भीतर भारी धातुओं की उपस्थिति की पुष्टि की है, जिससे अंतरिक्ष अनुसंधान में नई संभावनाएं खुली हैं।
गगन यान में जाएगा 'व्योममित्र
गगन यान के मिशन में मानव-रोबोट 'व्योममित्र' को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा। डॉ. स्वरूप ने बताया कि भारत अब अन्य देशों को अंतरिक्ष तकनीक में सहयोग देने की स्थिति में है।
GPS से मिल रहे थे गलत टारगेट
कारगिल युद्ध के दौरान अमेरिका ने जीपीएस को एब्स्ट्रेक्ट किया था, जिसके कारण भारतीय मिसाइल गलत दिशा में जा रहे थे। इसके बाद भारत ने अपने स्वतंत्र, स्वदेशी नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम 'नाविक' का निर्माण किया।
विद्यार्थियों के सवालों के जवाब
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने विभिन्न सवाल पूछे, जैसे कि अगले 10 साल में भारत का अंतरीक्ष में स्थान और इसरो का निजी संस्थानों के साथ सहयोग।
नवीनतम तकनीकों का प्रदर्शन
डॉ. पुनीत ने बसंत विहार स्थित अपग्रेड किए गए तारामंडल का निरीक्षण भी किया और वहां 3D फोरके प्रोजेक्शन सिस्टम के माध्यम से अंतरिक्ष गतिविधियों पर आधारित शॉर्ट फिल्म का प्रदर्शन देखा।