सीएम मोहन यादव ने भगवान अंगारेश्वर महादेव मंदिर में की सपत्नीक पूजा-अर्चना
रविवार को, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी पत्नी के साथ उज्जैन के श्री अंगारेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना की3567। उन्होंने सभी के सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की47. मुख्यमंत्री ने मंदिर में दुग्धाभिषेक और जलाभिषेक भी किया7. डॉ. यादव ने कहा कि 84 महादेव मंदिरों में से यह मंदिर बहुत प्राचीन है6. पूजा के बाद मुख्यमंत्री ने गौ सेवा भी की
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार, 16 फरवरी 2025 को उज्जैन स्थित भगवान अंगारेश्वर महादेव मंदिर में अपनी पत्नी के साथ विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की। उन्होंने भगवान का दुग्धाभिषेक और जलाभिषेक किया, जिसके बाद गौ सेवा भी की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेशवासियों के सुख और समृद्धि की कामना की।
सीएम यादव ने कहा कि यह मंदिर 84 महादेवों में से एक है और इसका विशेष धार्मिक महत्व है। पूजा के दौरान पुजारी मनीष उपाध्याय और रोहित गुरु ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अनुष्ठान संपन्न कराया। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या मौजूद रही, जिन्होंने मुख्यमंत्री के साथ भगवान शिव की आराधना की।
मुख्यमंत्री ने उज्जैन के ऐतिहासिक और खगोलीय महत्व पर भी प्रकाश डाला, यह बताते हुए कि यह नगर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि खगोलीय घटनाओं का भी गवाह रहा है। पूजा के बाद, सीएम यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वे वर्षों से इस मंदिर के दर्शन करने आ रहे हैं और यहां की आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करते हैं।
अंगारेश्वर महादेव मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है और भगवान अंगारेश्वर (मंगल ग्रह के अधिपति) को समर्पित है
यह मंदिर अपने विशिष्ट आध्यात्मिक महत्व और ग्रह दोषों को शांत करने की शक्ति के लिए प्रसिद्ध है
विशेष महत्व:
:यह मंदिर विशेष रूप से मांगलिक दोष निवारण के लिए प्रसिद्ध है. यहां विद्वान पुजारी और ज्योतिषी विशेष अनुष्ठान और पूजा करते हैं, जो जन्म कुंडली में मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों को शांत करने में मदद करते हैं.मान्यता है कि यहां दर्शन करने मात्र से मंगल दोष दूर होते हैं
:अंगारेश्वर महादेव मंदिर में भात पूजा का विशेष महत्व है. मान्यता है कि भात पूजा करने से कोर्ट कचहरी के बिगड़े काम भी बन जाते हैं और संपत्ति संबंधी कार्यों में भी सफलता मिलती है
:स्कंद पुराण के अवंतिका खंड में इस मंदिर का उल्लेख हैपुराणों में माना गया है कि मंगल ग्रह का जन्म उज्जैन में हुआ था, और अंगारेश्वर महादेव ही भूमि पुत्र मंगल हैं
:यह मंदिर विवाह में देरी, रिश्तों में तनाव, करियर में रुकावटें या आर्थिक समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण हैमान्यता है कि यहां की पूजा जीवन की नकारात्मकता और अस्थिरता को दूर करने में सहायक
होती है और सुख-शांति तथा उन्नति का मार्ग प्रशस्त करती है.
मान्यता है कि अंगारेश्वर मंदिर में की गई पूजा न केवल मंगल दोष को शांत करती है, बल्कि विवाह, करियर, स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति से जुड़ी बाधाओं को भी समाप्त करती है यहां का वातावरण एक अद्वितीय आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा हुआ है, जो भक्तों को नई दिशा और शक्ति प्रदान करता है
मुख्यमंत्री का यह दौरा आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले हुआ, जिसमें उन्होंने समृद्धि और विकास की कामना की।