Bihar politics: बिहार की राजनीति में उबाल:नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी का बड़ा दावा
Bihar politics: बिहार में भी आरजेडी और कांग्रेस के कई विधायक एनडीए के संपर्क में हैं और जल्द ही वे महागठबंधन से अलग हो सकते हैं।
झारखंड| झारखंड की राजनीति में हाल ही में हो रहे बदलावों का असर बिहार में भी दिखने लगा है। बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी, अशोक चौधरी ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि झारखंड की महागठबंधन सरकार में विधायकों के विद्रोह का असर बिहार में भी पड़ सकता है। चौधरी के अनुसार, बिहार में भी आरजेडी और कांग्रेस के कई विधायक एनडीए के संपर्क में हैं और जल्द ही वे महागठबंधन से अलग हो सकते हैं।
झारखंड में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम की बात करें तो पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन दिल्ली में बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं, जिससे जेएमएम (झारखंड मुक्ति मोर्चा) वेट एंड वाच की स्थिति में है। जेएमएम को सोरेन के अगले कदम का इंतजार है, जो झारखंड की महागठबंधन सरकार के भविष्य पर भारी असर डाल सकता है।
बिहार के संदर्भ में, अशोक चौधरी ने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस के कई विधायकों को बड़े-बड़े वादे किए गए थे, जो अब तक पूरे नहीं हुए हैं, जिससे उनकी नाराजगी खुलकर सामने आ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड में महागठबंधन सरकार की मुश्किलें बढ़ने से बिहार में भी आरजेडी और कांग्रेस के विधायक बेचैन हो रहे हैं और वे एनडीए के संपर्क में हैं।
इस पर पलटवार करते हुए आरजेडी की प्रवक्ता एजया यादव ने चौधरी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि जदयू नेता खुशफहमी में हैं और उनका दावा भी हवा में उड़ जाएगा।
यह घटनाक्रम बिहार और झारखंड दोनों ही राज्यों की राजनीति में उथल-पुथल मचाने का संकेत दे रहा है, जिससे आने वाले दिनों में बड़े राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।