"रेलवे बजट 2025: वंदे भारत स्लीपर और बुलेट ट्रेन परियोजनाओं की घोषणा"
बजट 2025 में भारतीय रेलवे को ₹3 लाख करोड़ का पूंजीगत व्यय आवंटित किया जाएगा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 15-20% अधिक है। इसमें वंदे भारत स्लीपर ट्रेन और बुलेट ट्रेन परियोजना जैसी नई सेवाओं की घोषणा की गई है। रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण और यात्री सुविधाओं में सुधार पर भी जोर दिया जाएगा, जिससे यात्रा को और अधिक सुरक्षित और आरामदायक बनाया जा सकेगा।

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1. पूंजीगत व्यय में वृद्धि
15-20% की वृद्धि: केंद्रीय बजट 2025-26 में भारतीय रेलवे के पूंजीगत व्यय में 15-20% की वृद्धि होने की संभावना है, जिससे कुल पूंजीगत व्यय ₹3 लाख करोड़ से अधिक होगा। यह पिछले वित्तीय वर्ष के ₹2.65 लाख करोड़ के मुकाबले एक नया रिकॉर्ड होगा।
2. नई ट्रेनें और सेवाएँ
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन:- आधुनिक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन और वंदे मेट्रो की शुरुआत की जाएगी, जिससे लंबी दूरी की यात्रा को और अधिक आरामदायक बनाया जा सकेगा।
बुलेट ट्रेन परियोजना:- मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के लिए अतिरिक्त फंडिंग दी जाएगी, जिससे इसे जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।
3. स्टेशन और नेटवर्क का आधुनिकीकरण
स्टेशन रिडेवलपमेंट:- रेलवे स्टेशनों के आधुनिकीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकेंगी।
भीड़भाड़ कम करने के उपाय:- नेटवर्क की भीड़भाड़ कम करने के लिए नई ट्रेनों का संचालन प्राथमिकता दी जाएगी।
4. यात्री सुविधाओं में सुधार
स्वच्छता मानकों में सुधार:- रेलवे ने ऑनबोर्ड सुविधाओं को बेहतर बनाने पर जोर दिया है, जिसमें कोच के डिज़ाइन में सुधार, बेहतर स्वच्छता सुविधाएं और यात्री सूचना प्रणाली में सुधार शामिल हैं।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायत:- बजट में वरिष्ठ नागरिकों को किराए में छूट देने की संभावना है, जो पहले कोरोना काल से पहले उपलब्ध थी।
बजट 2025 में भारतीय रेलवे को मिलने वाले इस आवंटन और योजनाओं का उद्देश्य न केवल रेल यात्रा को अधिक सुरक्षित और आरामदायक बनाना है, बल्कि देश की आर्थिक वृद्धि को भी बढ़ावा देना है। यह योजनाएँ यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने और रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
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