भोपाल: फर्जी क्लीनिकों पर छापेमारी, डॉ. रिचा की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार पति का क्लीनिक भी शक के घेरे में
भोपाल में डॉ. ऋचा पाण्डेय की संदिग्ध मौत की जांच में पति डॉ. अभिजीत पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा, उन्हें गिरफ्तार किया गया। व्हाट्सएप चैट से खुलासा हुआ कि पति की बेवफाई और मानसिक प्रताड़ना के कारण ऋचा ने नशे का इंजेक्शन लेकर आत्महत्या की। पुलिस अभिजीत के फर्जी क्लीनिक और अन्य गतिविधियों की जांच कर रही है।

भोपाल, 12 अप्रैल 2025: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के शाहपुरा थाना क्षेत्र में 25 वर्षीय डॉ. ऋचा पाण्डेय की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में पुलिस जांच ने नया मोड़ ले लिया है। प्रारंभिक तौर पर इसे आत्महत्या माना जा रहा था, लेकिन अब व्हाट्सएप चैट और अन्य सबूतों के आधार पर पुलिस ने उनके पति डॉ. अभिजीत पाण्डेय को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, डॉ. ऋचा, जो एक निजी मेडिकल कॉलेज में सहायक प्रोफेसर थीं, ने अपनी शादी के चार महीने बाद ही 21 मार्च 2025 को अपने घर में संदिग्ध हालात में दम तोड़ दिया था। उनके हाथ पर इंजेक्शन के निशान पाए गए थे, जिसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जहर से मौत की पुष्टि हुई। जांच के दौरान पुलिस को डॉ. ऋचा के मोबाइल से कई अहम सुराग मिले, जिनमें उनके पति के साथ तीखी बातचीत शामिल थी।
व्हाट्सएप चैट ने खोला राज
शाहपुरा थाना प्रभारी लोकेन्द्र सिंह ठाकुर ने बताया कि डॉ. ऋचा और डॉ. अभिजीत के बीच व्हाट्सएप पर हुई चैट से यह स्पष्ट हुआ कि दंपति के बीच गंभीर मतभेद थे। चैट में डॉ. ऋचा ने अपने पति पर दूसरी महिला के साथ संबंध रखने और शादी से पहले इसकी जानकारी छिपाने का आरोप लगाया था। एक संदेश में उन्होंने लिखा, "तुम शादी के बाद भी अपनी प्रेमिका के साथ समय बिताते हो, मेरे साथ धोखा क्यों किया?" जवाब में डॉ. अभिजीत के कथित तौर पर यह कहने की बात सामने आई कि "मर जाओ।" पुलिस ने इस चैट को आत्महत्या के लिए उकसाने'sane का अहम सबूत माना है।
घरेलू शोर और मानसिक प्रताड़ना
पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि डॉ. अभिजीत अपनी पत्नी को न केवल भावनात्मक रूप से परेशान करते थे, बल्कि उनकी बेवफाई और दूसरी महिला के साथ संबंधों ने डॉ. ऋचा को गहरे तनाव में डाल दिया था। डॉ. ऋचा ने अपने पति को कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। थाना प्रभारी ने बताया कि डॉ. ऋचा की मानसिक स्थिति इस कदर खराब हो गई थी कि उन्होंने नशे का इंजेक्शन लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
पति की गतिविधियों की जांच जारी
पुलिस ने डॉ. अभिजीत के मोबाइल डेटा, कॉल डिटेल्स, सोशल मीडिया अकाउंट्स और उनके एमपी नगर स्थित क्लीनिक के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। डॉ. ऋचा के परिजनों ने अभिजीत पर क्लीनिक में संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने का भी आरोप लगाया है, जिसकी पड़ताल की जा रही है। इसके अलावा, पुलिस उस महिला की तलाश में है, जिसके साथ डॉ. अभिजीत के कथित संबंध थे।
परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
डॉ. ऋचा के माता-पिता, विनोद चंद्र पाण्डेय और रेणु पाण्डेय, ने इसे सुनियोजित हत्या करार दिया है। उनका कहना है कि उनकी बेटी बहादुर और मजबूत इरादों वाली थी, और वह आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकती थी। उन्होंने डॉ. अभिजीत पर दहेज के लिए घर मांगने और उनकी बेटी को लगातार प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया।