ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद पाकिस्तान के हाथों में टीम इंडिया की सेमीफाइनल की उम्मीदें; जानें कैसे भारतीय महिलाएं अभी कर सकती है क्वालीफाई।
पाकिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम इंग्लैंड राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के बीच दूसरा टेस्ट मैच 15 अक्टूबर को खेला जाना है. दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला मुल्तान के मुल्तान क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा.
महिला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में सेमीफाइनल का समीकरण काफी रोचक होता जा रहा है. दो ग्रुप से अब तक सिर्फ एक ही टीम ऑस्ट्रेलिया सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई कर पाई है. वो ग्रुप-ए में है, जिसमें भारत, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और श्रीलंका भी हैं. बता दे पाकिस्तान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम इंग्लैंड राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के बीच दूसरा टेस्ट मैच 15 अक्टूबर को खेला जाना है. दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला मुल्तान के मुल्तान क्रिकेट स्टेडियम में खेला जाएगा. पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने एक पारी और 47 रन से जीत दर्ज की. इस टेस्ट मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान की पहली 149 ओवर में 556 रनों पर सिमट गई. जवाब में इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 150 ओवर में 7 विकेट के नुकसान 823 रन बनाकर घोषित कर दी और 267 रन की बढ़त भी हासिल की. इंग्लैंड की ओर से हैरी ब्रूक ने 317 रनों की शानदार पारी खेली. जवाब में दूसरी पारी में मेजबान टीम 220 रनों पर सिमट गई और इंग्लैंड ने जीत दर्ज की. इसी के साथ मेहमान टीम ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त भी हासिल की. अब दूसरे टेस्ट मैच को जीतकर इंग्लैंड की नजरें सीरीज पर कब्जा जमाने पर होगी. दूसरी और, पाकिस्तान की टीम एक बार अपने घर में टेस्ट सीरीज गवाने के कगार पर है. ऐसे में मेजबान टीम दूसरे टेस्ट मैच को जीतकर सीरीज में 1-1 की बराबरी करना चाहेगी.
पाकिस्तान और इंग्लैंड की टीम टेस्ट में अब तक 90 बार भीड़ चुकी हैं. जिसमें इंग्लैंड का पलड़ा भारी नजर आ रहा है. इंग्लैंड ने 30 मैचों में जीत दर्ज की है. जबकि पाकिस्तान को सिर्फ 21 मैचों में जीत नसीब हुई है. इसेक अलावा 39 टेस्ट मैच ड्रॉ रहे हैं. पिछली बार ये दोनों टीमें 2022 में भिड़ी थीं. तब इंग्लैंड ने पाकिस्तान पर 3-0 से टेस्ट सीरीज जीत हासिल की थी. दोनों टीमों के बीच पिछले पांच टेस्ट मैचों की बात करें तो इंग्लैंड का दबादब यहां पर नजर आ रहा है. इंग्लैंड ने 5 में से 4 मैचों में जीत दर्ज की है. जबकि एक मैच ड्रा रहा है.
रिपोर्टों के अनुसार, पहले मैच की पिच का मुल्तान में दूसरे टेस्ट के लिए फिर से इस्तेमाल किया जाएगा. अगर ऐसा होता है तो सतह तेज़ी से खराब हो सकती है. जिसमें स्पिनरों की अहम भूमिका होगी. जबकि सीम मूवमेंट थोड़ा बहोत होगा. हालांकि तेज गेंदबाजों को पुरानी गेंद से रिवर्स स्विंग मिल मिल सकता है.बता दें की अगर उसी पिच का फिर से इस्तेमाल किया जाता है तो खेल के आगे बढ़ने के साथ-साथ बल्लेबाजी करना मुश्किल होती जाएगी. इस स्थिति में टॉस जीतने वाली टीम से पहले बल्लेबाजी करने का फैसला कर सकती हैं और बोर्ड पर बड़ा स्कोर लगाने की कोशिश करेगी.