अंबिकापुर में कार की टक्कर से बाइक सवार पति-पत्नी और तीन महीने के बच्चे की मौत
अंबिकापुर-सीतापुर राजमार्ग पर बिशुनपुर में तेज रफ्तार कार की टक्कर से बाइक सवार दंपती और उनके तीन माह के बच्चे की मौत हो गई। दंपती अपने बच्चे का इलाज कराने अंबिकापुर जा रहे थे। हादसे में कार सवार तीन छात्राएं घायल हुईं, चालक शराब के नशे में था।

अंबिकापुर-सीतापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बिशुनपुर के पास शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे में बाइक सवार दंपती और उनके तीन महीने के बच्चे की जान चली गई। तेज रफ्तार कार की टक्कर से यह हादसा हुआ, जिसमें कार सवार उद्यानिकी कॉलेज की तीन छात्राओं को भी चोटें आई हैं। पुलिस के अनुसार, कार चालक शराब के नशे में था, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई।
बच्चे के इलाज के लिए जा रहे थे अंबिकापुर
सीतापुर के पेटला गांव निवासी सुनील लकड़ा (35), उनकी पत्नी अस्मतिया (28) और उनका तीन महीने का बच्चा मोटरसाइकिल से अंबिकापुर जा रहे थे। उनके बच्चे को निमोनिया होने के कारण वे उसका इलाज कराने अस्पताल जा रहे थे। बिशुनपुर बस्ती के पास विपरीत दिशा से आ रही तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दंपती और बच्चा अलग-अलग दिशाओं में उछलकर गिर गए, और बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई।
कार दीवार से टकराई, छात्राएं घायल
हादसे के बाद अनियंत्रित कार सड़क किनारे डॉ. संतोष टोप्पो के घर की दीवार से टकरा गई, जिससे दीवार को नुकसान पहुंचा। कार में सवार तीन छात्राएं—रजोटी निवासी अंजली तिर्की (20), मैनपाट की सुशीला खिंचा (20) और भटको निवासी खुशबू पोर्ते (20)—घायल हो गईं। तीनों आमाटोली के उद्यानिकी कॉलेज की छात्राएं हैं। हादसे में कार का एयरबैग खुलने के कारण चालक संतोष पैकरा को कोई गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन छात्राओं को सिर और सीने में चोटें आई हैं।
छात्राओं ने बताया, चालक था नशे में
जानकारी के अनुसार, अंजली और सुशीला अपनी सहेली खुशबू के घर भटको गई थीं। शुक्रवार को कॉलेज में प्रायोगिक परीक्षा के लिए वे बतौली बस स्टॉप पर बस का इंतजार कर रही थीं। तभी आमाटोली निवासी संतोष पैकरा अपनी कार लेकर वहां पहुंचा और छात्राओं को कॉलेज तक छोड़ने की पेशकश की। एक छात्रा उसे पहले से जानती थी, जिसके कारण वे कार में बैठ गईं। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला है कि संतोष शराब के नशे में था और तेज गति से कार चला रहा था। छात्राओं ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने नहीं सुना, जिसके चलते यह हादसा हुआ।
दंपती के दो बच्चे अनाथ
मृत दंपती के दो अन्य बच्चे, इंदु (8 वर्ष) और चंदू (6 वर्ष), घर पर परिवार के पास रह गए थे। इस हादसे ने दोनों बच्चों को अनाथ कर दिया। परिवार और गांव में शोक की लहर है। सीतापुर अस्पताल में मृतकों के स्वजनों और ग्रामीणों की भीड़ जुटी हुई है।