उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान और बारिश ने मचाई तबाही, 20 लोगों की मौत, सैकड़ों घर जले

उत्तर प्रदेश के 20 जिलों में आंधी-तूफान और बारिश ने भारी तबाही मचाई, जिसमें 100 से अधिक घर जले, 20 लोगों की मौत हुई, और कई घायल हुए। सड़कों पर पेड़ गिरने से यातायात और बचाव कार्य प्रभावित हुए, खासकर बदायूं और कासगंज में आग से भारी नुकसान हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य, सर्वे, और प्रभावितों को सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए।

उत्तर प्रदेश में आंधी-तूफान और बारिश ने मचाई तबाही, 20 लोगों की मौत, सैकड़ों घर जले

उत्तर प्रदेश के करीब 20 जिलों में बुधवार को आई भीषण आंधी, तूफान और बारिश ने जमकर तबाही मचाई। इस प्राकृतिक आपदा में अलग-अलग घटनाओं में लगभग 20 लोगों की मौत हो गई, कई लोग घायल हुए, और करीब 100 से अधिक घर जलकर खाक हो गए। तेज हवाओं के कारण सड़कों पर बड़े-बड़े पेड़ गिर गए, जिससे यातायात बाधित हुआ और कई जगह दमकल गाड़ियां घटनास्थल तक नहीं पहुंच पाईं। भारी बारिश ने भी स्थिति को और बिगाड़ दिया, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए गए हैं, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य करने के निर्देश दिए हैं।

बदायूं में आग से भारी तबाही

बदायूं जिले के जरीफनगर, दहगवां, सोनखेड़ा, जमुनी और मालपुर ततेरा जैसे कई गांवों में तेज आंधी और बारिश के बीच आग लगने की घटनाएं सामने आईं। जरीफनगर में आग ने 100 से अधिक घरों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे ग्रामीणों का सारा सामान जलकर राख हो गया। ग्रामीणों ने पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी, लेकिन रास्तों में गिरे पेड़ों के कारण दमकल गाड़ियां समय पर नहीं पहुंच सकीं। कुछ पुलिसकर्मी खेतों के रास्ते बाइकों से गांवों तक पहुंचे, लेकिन तब तक नुकसान हो चुका था। जिला प्रशासन, एसपी देहात, एसडीएम सहसवान, तहसीलदार और राजस्व विभाग की टीमें नुकसान का आकलन कर रही हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनके घरों में रखा अनाज, कपड़े और अन्य सामान पूरी तरह नष्ट हो गया।

इसके अलावा, बदायूं के उझानी कोतवाली क्षेत्र में एक मेंथा फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। तेज हवाओं के कारण चिंगारी फैली, जिसने तेल के ड्रम और सिलेंडरों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी ऊंची थीं कि कई किलोमीटर दूर से दिखाई दीं। दमकल विभाग ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक भारी नुकसान हो चुका था।

सहारनपुर, गाजियाबाद और एटा में हादसे

सहारनपुर में आकाशीय बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। गाजियाबाद में आंधी के कारण पेड़ गिरने से एक युवक की जान चली गई, और बिजली आपूर्ति ठप हो गई। एटा जिले के जलेसर कोतवाली क्षेत्र के महानमई गांव में टीन शेड और दीवार गिरने से एक परिवार के छह लोग घायल हो गए, जिनमें एक मासूम बच्ची भी शामिल है। स्थानीय लोगों ने घायलों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया। एक अन्य घटना में, एटा में तेज बारिश के दौरान सवारियों से भरी बोलेरो गाड़ी पर बिजली का पोल गिर गया, हालांकि सवार बाल-बाल बच गए। जिले में कई जगह बिजली के पोल और पेड़ गिरने से यातायात प्रभावित हुआ।

मेरठ में चार मंजिला भवन ढहा

मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र की शाहजहां कॉलोनी में आंधी-तूफान के कारण एक चार मंजिला निर्माणाधीन भवन की दीवार तीन आसपास के मकानों पर गिर गई। इस हादसे में दो महिलाएं और दो बच्चे घायल हो गए, और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। स्थानीय लोगों ने मलबे से घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया। एक अन्य घटना में, दौराला क्षेत्र के बडकली में मोटरसाइकिल सवार पिता-पुत्र पर पेड़ गिर गया, जिसमें बाइक सवार की मौत हो गई।

बिजनौर और लोनी में भी हादसे

बिजनौर में ड्यूटी से लौट रहे हेड कांस्टेबल पुष्पेंद्र की बाइक आंधी के कारण गिरे पेड़ से टकरा गई, जिससे उनकी मौत हो गई। मृतक बागपत जिले के रहने वाले थे। लोनी में तेज आंधी के कारण एक कार पर होर्डिंग बोर्ड गिर गया, लेकिन सौभाग्यवश कार सवार सुरक्षित बच गए।

कासगंज में आग और फसलों को नुकसान

कासगंज जिले में आंधी और बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया। लहरा और बीबी सलेमपुर गांव में चिंगारी उड़ने से लगी आग ने आधा दर्जन घरों को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें कई जानवर भी जल गए। तेज हवाओं ने बचाव कार्य को और मुश्किल बना दिया। जिले में पेड़ गिरने और टेंट उड़ने की घटनाएं भी सामने आईं। किसानों को आम और मक्का की फसलों में भारी नुकसान की आशंका है, खासकर ग्रामीण इलाकों में।

आगरा और गाजियाबाद में यातायात बाधित

आगरा में तेज आंधी और बारिश के कारण कई जगह पेड़ और होर्डिंग गिर गए, जिससे यातायात प्रभावित हुआ। पुलिस लाइन क्षेत्र में गिरे पेड़ों से कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए, और बिजली आपूर्ति भी बाधित रही। गाजियाबाद के वेब सिटी क्षेत्र के महरौली गांव में एक मकान की दीवार गिरने से दो बच्चे घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मुख्यमंत्री के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस आपदा के बाद तत्काल राहत और बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को क्षेत्र का दौरा कर नुकसान का आकलन करने और प्रभावितों को तुरंत राहत राशि प्रदान करने का आदेश दिया। घायलों के समुचित इलाज और जलजमाव की स्थिति में जल निकासी की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं। सीएम ने फसलों के नुकसान का सर्वे कराकर शीघ्र आख्या शासन को भेजने को कहा, ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके।