कृषि कानूनो की वापसी वाले वयान पर कंगना रनौत ने मांगी माफ़ी
भाजपा सांसद कंगना रनौत ने अपने बयान के लिए माफी मांगी है. कंगना ने कहा कि, "मेरे कृषि कानूनों पर विचार व्यक्तिगत हैं और वे पार्टी की स्थिति को नहीं दर्शाते हैं."
हिमाचल प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत ने आज कहा कि वह अपने उस बयान पर "अफसोस" करती हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2020 में किसानों के विरोध का केंद्र बने तीन कृषि कानूनों को वापस लाना चाहिए. हिमाचल प्रदेश के मंडी में अपने लोकसभा क्षेत्र में पत्रकारों से बात करते हुए, कंगना ने कहा था कि ये कानून—जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने नवंबर 2021 में बड़े विरोध प्रदर्शनों के बाद वापस लिया था—"लौटाने चाहिए... और किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए".
कंगना ने कहा, "मुझे पता है कि यह विवादास्पद होगा... लेकिन मुझे लगता है कि जिन कृषि कानूनों को रद्द किया गया था, उन्हें वापस लाना चाहिए. किसानों को खुद इसके लिए मांग करनी चाहिए. वे राष्ट्र के विकास के लिए ताकत का स्तंभ हैं और मैं उन्हें अपील करना चाहती हूं—अपने भले के लिए कानूनों को वापस मांगें."