Chhattisgarh:उद्योगपतियों का सरकार से अपील: बढ़ी हुई बिजली दरों को जल्द वापस लें

Chhattisgarh:30,000 टन प्रतिदिन उत्पादन ठप, छत्तीसगढ़ स्टील उद्योगों की हड़ताल का असर जारी

Chhattisgarh:उद्योगपतियों का सरकार से अपील: बढ़ी हुई बिजली दरों को जल्द वापस लें

सीटीटुडे | छत्तीसगढ़ में स्टील उद्योगों की हड़ताल से दो दिनों में 175 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है। यह हड़ताल बिजली की दरों में बढ़ोतरी के विरोध में की जा रही है। छत्तीसगढ़ के 150 से ज्यादा स्टील और फेरो एलायस फैक्ट्रियों में सोमवार की रात से उत्पादन ठप है। 

स्टील फैक्ट्रियों में उत्पादन ठप होने से दो दिनों में 175 करोड़ रुपये से ज्यादा के राजस्व का नुकसान हो गया है। इस नुकसान में रॉयल्टी, जीएसटी, अप्रत्यक्ष कर और इकाइयों द्वारा उपभोग किए गए हिस्से का नुकसान शामिल है।

छत्तीसगढ़ स्पंज आयरन एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल नचरानी ने कहा कि इस नुकसान की जिम्मेदारी सरकार की शुल्क वृद्धि और उत्पादन रोकने वाले उद्योग पर आती है। अगर हड़ताल और आगे बढ़ी तो नुकसान और ज्यादा बढ़ता जाएगा। हड़ताल का प्रभाव न केवल राजस्व पर बल्कि रोजगार और बाजार में भी दिखेगा। 

उद्योगपतियों का कहना है कि प्रतिदिन 30 हजार टन स्टील का उत्पादन नहीं हो पा रहा है। इस प्रकार दो दिनों में 60 हजार टन स्टील उत्पादन प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि बढ़ी हुई बिजली दरों के कारण वे पड़ोसी राज्यों के साथ प्रतिस्पर्धा भी नहीं कर पा रहे हैं। 

इस समस्या के समाधान के लिए 2 अगस्त को मंत्री के साथ बैठक होगी। बैठक के बाद ही हड़ताल के संबंध में कोई निर्णय लिया जाएगा। उद्योगपतियों का कहना है कि अगर जल्द समाधान नहीं निकला तो हड़ताल से और भी ज्यादा नुकसान होगा।