"बजट 2025: भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में कदम"
बजट 2025 में आर्थिक विकास का लक्ष्य कृषि, एमएसएमई, निवेश और निर्यात को प्राथमिकता देना है। सरकार ने निजी निवेश को बढ़ावा देने, सामाजिक कल्याण योजनाओं की घोषणा करने और जीडीपी वृद्धि दर को 6.3-6.8% के बीच बनाए रखने का लक्ष्य रखा है। वित्तीय घाटा 4.4% पर निर्धारित किया गया है, जो भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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बजट 2025 में आर्थिक विकास का लक्ष्य कई प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बजट में निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया:-
1. विकास के चार इंजन-
बजट में *कृषि, एमएसएमई, निवेश और निर्यात* को विकास के चार शक्तिशाली इंजन के रूप में पहचाना गया है। इन क्षेत्रों में सुधार और विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।
2. निजी निवेश को बढ़ावा
सरकार ने निजी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए नई नीतियों की घोषणा की है, जिससे घरेलू बाजार को सशक्त बनाया जा सकेगा। यह कदम आर्थिक स्थिरता और विकास को गति देने के लिए महत्वपूर्ण है।
3. सामाजिक कल्याण योजनाएँ
बजट में गरीबों, महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा की गई है, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वरोजगार पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
4. आर्थिक वृद्धि का अनुमान-
सरकार ने जीडीपी वृद्धि दर को *6.3-6.8%* रहने की संभावना व्यक्त की है, जो आर्थिक विकास के लिए सकारात्मक संकेत है।
5. वित्तीय घाटा लक्ष्य-
वित्तीय घाटे का लक्ष्य *4.4%* निर्धारित किया गया है, जो अर्थव्यवस्था के लिए स्थिरता और समृद्धि की ओर एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।
उद्देश्य-
बजट 2025 का उद्देश्य भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में कदम बढ़ाना है। यह बजट न केवल विकास को गति देगा बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के लिए समावेशी प्रगति सुनिश्चित करेगा।
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