छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान बिहार के बीएसएफ जवान ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान ने अपनी सर्विस हथियार से कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली.

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान बिहार के बीएसएफ जवान ने खुद को गोली मारकर की आत्महत्या

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान ने अपनी सर्विस हथियार से कथित तौर पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. पुलिस अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को जिले के छोटे बेठिया इलाके में गश्त के दौरान बीएसएफ की 94वीं बटालियन के हवलदार मदन कुमार लापता हो गए थे.
 पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मदन कुमार जिले के बांदे थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित मरबेड़ा बीएसएफ शिविर में तैनात थे.अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार को मरबेड़ा और छोटे बेठिया के बीच बीएसएफ का दल गश्त पर था. गश्ती दल के अपने शिविर पर लौटने के बाद मदान कुमार लापता हो गए. उन्होंने बताया कि जब जवान वापस नहीं लौटा तब सुरक्षाबल के जवानों ने उसकी तलाश शुरू की. अधिकारियों ने बताया कि आज  सुबह जंगल में कुमार का शव बरामद किया गया. उसके सिर पर गोली लगी थी. शव के करीब उसकी राइफल को भी बरामद कर लिया गया.पुलिस अधिकारियों ने बताया, ''प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लगता है, लेकिन जांच के बाद और अधिक जानकारी सामने आएगी." उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए पखांजूर भेज दिया गया है और मामले की जांच जारी है. नक्सल विरोधी अभियानों के लिए कांकेर जिले में बड़ी संख्या में बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है.
आपको बता दे बिहार के औरंगाबाद जिले के रहने वाले बीएसएफ जवान मदन सिंह की ख़ुदकुशी के बाद, उनके पार्थिव शरीर को आज  शाम तक उनके पैतृक गांव लाया जाएगा. रिसियप थानाक्षेत्र के सडसा गांव निवासी मानदेव सिंह के तीसरे नंबर के पुत्र मदन सिंह की उम्र करीब 40वर्ष थी. मिल रही जानकारी के अनुसार, गुरूवार की रात्रि में उन्होंने दम तोड़ दिया. जान गंवाने वाले बीएसएफ जवान की तैनाती छत्तीसगढ़ में थी. परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, वो होली में अपने गांव आए थे और वही अब उनकी आखिरी होली साबित हो गयी.