भोपाल साइबर पुलिस की बड़ी कार्रवाई: चार साल से फरार 10 हजार के इनामी ठग को दिल्ली से धर दबोचा
भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने चार साल से फरार 10 हजार के इनामी ठग सैयद परवेज हाशमी को दिल्ली से गिरफ्तार किया। शातिर अपराधी फर्जी कॉल सेंटर चलाकर क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने का झांसा देता और ओटीपी लेकर लाखों की ठगी करता था। तकनीकी जांच और सतर्कता से पुलिस ने भोपाल के डॉक्टर से 3.61 लाख की ठगी करने वाले इस आरोपी को पकड़ा।

भोपाल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में साइबर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में साइबर क्राइम ब्रांच ने बड़ी सफलता हासिल की है। चार साल से फरार चल रहे 10 हजार रुपये के इनामी ठग सैयद परवेज हाशमी को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है। यह शातिर अपराधी खुद को बैंक का कस्टमर केयर अधिकारी बताकर लोगों को क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने का डर दिखाता था और ओटीपी हासिल कर उनके बैंक खातों से लाखों रुपये की ठगी करता था।
फर्जी कॉल सेंटर से चलाता था ठगी का खेल
पुलिस के अनुसार, दिल्ली के उत्तम नगर का रहने वाला सैयद परवेज हाशमी 12वीं पास है और उसने फर्जी कॉल सेंटर बनाकर ठगी का जाल बिछाया था। वह भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का अधिकारी बनकर लोगों को फोन करता और क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने की झूठी कहानी गढ़कर उनसे कार्ड की गोपनीय जानकारी और ओटीपी ले लेता। इसके बाद वह खातों से मोटी रकम उड़ा लेता था।
भोपाल के डॉक्टर से की थी लाखों की ठगी
यह मामला अगस्त 2020 का है, जब भोपाल के डॉ. देवप्रिय शुक्ला ठगी के शिकार हुए थे। उन्हें एक फर्जी कॉल आया, जिसमें कॉलर ने खुद को एसबीआई का कर्मचारी बताया और क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने का झांसा देकर ओटीपी हासिल कर लिया। इसके बाद डॉ. शुक्ला के खाते से 3.61 लाख रुपये निकाल लिए गए। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम ब्रांच ने 20 अगस्त 2020 को मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
तकनीकी खोजबीन और पुलिस की सतर्कता से पकड़ा गया आरोपी
पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव, डीसीपी अखिल पटेल और अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शैलेन्द्र सिंह चौहान के मार्गदर्शन में साइबर क्राइम ब्रांच ने इस मामले में तकनीकी विश्लेषण और लगातार निगरानी के जरिए आरोपी तक पहुंचने में सफलता पाई। मैदानी स्तर पर जानकारी जुटाने और सटीक रणनीति के साथ पुलिस ने हाशमी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया।
साइबर अपराधियों के लिए सख्त संदेश
यह गिरफ्तारी साइबर अपराधियों के लिए एक कड़ा संदेश है कि भोपाल पुलिस उनकी हर हरकत पर नजर रख रही है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान कॉल्स पर अपनी बैंकिंग जानकारी या ओटीपी साझा न करें और सतर्क रहें। साइबर क्राइम ब्रांच इस मामले में आगे की जांच कर रही है ताकि इस ठगी के नेटवर्क से जुड़े अन्य अपराधियों को भी पकड़ा जा सके।