Dhar Bhojshala Survey: धार में आज से शुरू होगा भोजशाला का सर्वे, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

Dhar Bhojshala Survey: धार में आज से शुरू होगा भोजशाला का सर्वे, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

Dhar Bhojshala Survey: धार में आज से शुरू होगा भोजशाला का सर्वे, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

धार। Dhar Bhojshala Survey:  ज्ञानवापी की तरह ही मध्य प्रदेश के धार जिले में स्थित लगभग 800 साल पुरानी भोजशाला को लेकर विवाद की स्थिति बनी हुई है। जिसको लेकर हिंदू और मुस्लिम दोनों समाज में मतभेद की स्थिति बनीं हुई है। जिसको लेकर आज से एएसआई  सर्वे शुरु कर दिया है। दरअसल हिंदूसमाज का मानना है कि यहां भोजशाला में माँ सरस्वती का मंदिर है। तो वहीं मुस्लिम समुदाय मानता है कि यहां पुरानी इबादतगाह है। इसी मुद्दे के समाधान के लिए यह सर्वेक्षण किया जा रहा है।

 5 सदस्यीय टीम करेगी वैज्ञानिक सर्वेक्षण

इस मामलें को लेकर संस्कृति मंत्रालय द्वारा पत्र जारी कर दिया गया है। जिसकी सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने अपना काम शुरु कर दिया है।आपको बता दें कि बीते दिन ही कलेक्टर प्रियंक मिश्रा, एसपी मनोज कुमार सिंह टीम के साथ भोजशाला पहुंचे। उन्होंने पूरे परिसर का निरीक्षण किया। वहीं आज एएसआई की टीम भोजशाला का सर्वे करेगी।जिसके लिए 20 सदस्यीय टीम सुबह 6:30 बजे भोजशाला पहुंच गई है। 

 सुरक्षा के कड़े इंतजाम

आज एएसआई सर्वे को देखते हुए अतिरिक्त बल भोजशाला पुलिस चौकी पर तैनात करने की गई। वहीं निगरानी  के लिए 60 कैमरों का लगाया गया है। वहीं एएसआई भोजशाला के पिछले हिस्से को कवर करने के लिए  पांच फीट ऊंची दीवार का निर्माण भी करवा रहा है।

मई 2022 में इस संबंध में याचिका दायर की थी

हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने इंदौर हाईकोर्ट में मई 2022 में इस संबंध में याचिका दायर की थी। संबंधितों द्वारा इसका जवाब प्रस्तुत किया गया। इसके बाद 5 फरवरी को हाईकोर्ट में एक आवेदन देकर मांग रखी गई कि धार भोजशाला का भी वैज्ञानिक सर्वेक्षण करवाया जाए।11 मई को सुनवाई शुरू हुई थी। जिसके बाद कोर्ट ने सर्वे को लेकर निर्देश जारी किए थे।

29 अप्रैल से पहले सौंपनी होगी रिपोर्ट

इस मामलें पर हाईकोर्ट की इंदौर बेंच द्वारा आदेश में कहा गया कि भोजशाला परिसर में कार्बन डेटिंग विधि से एक विस्तृत वैज्ञानिक जांच की जानी चाहिए।और सर्वेक्षण की यह कार्यवाही दोनों पक्षों के दो प्रतिनिधियों की उपस्थिति में की जाए और उसकी वीडियोग्राफी की जाए। बता दें कि इस मामले की अगली सुनवाई 29अप्रैल को होनी है। साथ ही सर्वे की रिपोर्ट भी 29 अप्रैल से पहले प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है।

कार्बन डेटिंग विधि क्या है।

माना जाता है कि कार्बन डेटिंग से किसी जीवाश्म या पुरातत्व संबंधी वस्‍तु की आयु की पुख्ता जानकारी मिल जाती है।इसके जरिये पुरातत्व-जीव विज्ञान में जंतुओं व पौधों के प्राप्त अवशेष या संरचना कितनी पुरानी है। और उसकी उम्र क्या है इसका पता लगाया जाता है। 

राजा भोज ने बनवाई थी भोजशाला

हिंदू संगठनों का मानना है कि धार में स्थित कमाल मौलाना मस्जिद में मां सरस्वती मंदिर भोजशाला है।जिसे सन्1034 में राजा भोज ने संस्कृत की पढ़ाई के लिए भोजशाला का निर्माण कराया था। लेकिन मुगलों द्वारा उसे नष्ट कर दिया गया था।इसी कारण वैज्ञानिक सर्वेक्षण के लिए हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस ने हाईकोर्ट में आवेदन दायर किया था। जिसको देखते हुए हाईकोर्ट की इंदौर बेंच ने एएसआई को वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया था।