भोपाल में नमकीन फैक्ट्रियों पर खाद्य सुरक्षा उल्लंघन के लिए 75 हजार का जुर्माना

भोपाल नगर निगम ने खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वाली दो नमकीन फैक्ट्रियों पर 75,000 रुपये का जुर्माना लगाया। निरीक्षण में अस्वच्छ परिस्थितियों और बिना लेबल वाले कच्चे माल का उपयोग पाया गया। निगम ने अन्य इकाइयों को FSSAI दिशा-निर्देशों का पालन करने की चेतावनी दी है।

भोपाल में नमकीन फैक्ट्रियों पर खाद्य सुरक्षा उल्लंघन के लिए 75 हजार का जुर्माना

मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में खाद्य सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वाली नमकीन फैक्ट्रियों के खिलाफ नगर निगम ने सख्त कार्रवाई की है। भोपाल नगर निगम की खाद्य सुरक्षा शाखा ने हाल ही में शहर की दो प्रमुख नमकीन फैक्ट्रियों पर अनियमितताओं के चलते 75 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा नियमों के पालन में लापरवाही बरतने के कारण की गई।

नगर निगम की खाद्य सुरक्षा टीम ने पिछले सप्ताह शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में स्थित इन फैक्ट्रियों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि दोनों फैक्ट्रियों में साफ-सफाई के मानकों का पालन नहीं किया जा रहा था। इसके अलावा, खाद्य सामग्री के भंडारण और प्रसंस्करण में भी कई खामियां सामने आईं, जैसे कि बिना लेबल वाले कच्चे माल का उपयोग और अनहाइजीनिक परिस्थितियों में नमकीन का उत्पादन। इन उल्लंघनों के आधार पर खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम (FSSAI) के तहत दोनों फैक्ट्रियों पर 37,500 रुपये प्रति फैक्ट्री के हिसाब से कुल 75,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया।

नगर निगम के खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश शर्मा ने बताया, "हमारा उद्देश्य शहर में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ऐसी फैक्ट्रियां जो उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करती हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।" उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि भविष्य में नियमों का उल्लंघन करने वाली इकाइयों के लाइसेंस रद्द करने जैसे कठोर कदम भी उठाए जा सकते हैं।

स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है। एक स्थानीय निवासी, रमेश साहू ने कहा, "नमकीन भोपाल की पहचान है, लेकिन अगर यह अस्वच्छ परिस्थितियों में बन रही है, तो यह हमारे स्वास्थ्य के लिए खतरा है। निगम की यह कार्रवाई सराहनीय है।"
निगम ने अन्य खाद्य उत्पादन इकाइयों को भी चेतावनी दी है कि वे FSSAI के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें। साथ ही, उपभोक्ताओं से अपील की गई है कि वे किसी भी खाद्य उत्पाद को खरीदने से पहले उसकी गुणवत्ता और पैकेजिंग की जांच करें।

इस कार्रवाई के बाद शहर की अन्य नमकीन और खाद्य उत्पादन इकाइयों में हड़कंप मच गया है, और कई इकाइयां अब अपने उत्पादन प्रक्रिया को सुधारने में जुट गई हैं। नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि खाद्य सुरक्षा के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा और नियमित निरीक्षण का सिलसिला जारी रहेगा।