झारखंड ट्रेन हादसे में मुआवजे का ऐलान, मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये

झारखंड ट्रेन हादसे में मुआवजे का ऐलान, मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये

सिटी टुडे : झारखंड के चक्रधरपुर रेल मंडल में आज सुबह एक गंभीर ट्रेन हादसा हुआ, जिसमें 2 लोगों की मौत हो गई और 15-20 लोग घायल हुए हैं। घायल लोगों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। हावड़ा से मुंबई जा रही ट्रेन की 18 बोगियां पटरी से उतर गईं, जिसके चलते यह हादसा हुआ।

रेलवे विभाग और झारखंड सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया:

रेलवे विभाग ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की है। साथ ही, घायलों को 1 लाख रुपये मुआवजा प्रदान किया जाएगा। झारखंड सरकार की ओर से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की है।

मंत्री और अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया:

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, जनजातीय कल्याण मंत्री दीपक बिरुआ और स्थानीय विधायक दशरथ गागराई घटनास्थल पर पहुंचे और राहत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मौके पर चल रहे राहत कार्यों और घायलों की स्थिति की समीक्षा की।

घायलों का इलाज जारी:

चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल में 15 घायलों का इलाज चल रहा है, जबकि गंभीर रूप से घायल दो लोगों को बेहतर उपचार के लिए जमशेदपुर भेजा गया है। अन्य यात्रियों को चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर बसों और विशेष ट्रेनों के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं:

रेल हादसे के बाद विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। राजद के सांसद मनोज झा ने सरकार की 'कवच' योजना पर सवाल उठाए हैं, जबकि शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने रेलवे सुरक्षा को लेकर मोदी सरकार पर कड़ी आलोचना की है।

रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर  किए जारी:

हादसे से संबंधित जानकारी और सहायता के लिए रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। सरायकेला जिला प्रशासन और रेलवे ने निम्नलिखित नंबरों पर संपर्क करने की सलाह दी है: 6204800965, 8789080490, और रेलवे के लिए 73523, 0657-2290324, 06587-238072।

ट्रेन सेवाओं पर असर:

हादसे के चलते कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और कुछ को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है। प्रभावित ट्रेनों में हावड़ा कांटाबाजी एक्सप्रेस, खड़गपुर से धनबाद एक्सप्रेस, और हावड़ा बारबेल एक्सप्रेस शामिल हैं।

रेलवे और जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं, और प्रभावित यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।