Pasupati Paras Resigns: पशुपति पारस ने मोदी कैबिनेट से दे दिया इस्तीफा, थामेंगे महागठबंधन का हाथ

Pasupati Paras Resigns: पशुपति पारस ने मोदी कैबिनेट से दे दिया इस्तीफा, थामेंगे महागठबंधन का हाथ

Pasupati Paras Resigns: पशुपति पारस ने मोदी कैबिनेट से दे दिया इस्तीफा, थामेंगे महागठबंधन का हाथ

नई दिल्ली। Pasupati Paras Resigns: एनडीए के गठबंधन में आरएलजेपी को एक भी सीट नहीं मिलने से पार्टी प्रमुख पशुपति पारस भड़क गए। उन्होंने सीट बंटवारे के दूसरे ही दिन तेस में आकर केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने की घोषणा की है। पारस की एनडीए में सीटों को लेकर क्यों बात नहीं बनी इसको लेकर उन्होंने कोई बयान नहीं दिया। महज 2 मिनट से भी कम समय में उन्होंने अपनी बात कही और पत्रकारों के सवाल का जवाब दिए बगैर ही निकल गए। 

इस्तीफा के बाद पशुपति पारस ने कहा...

मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद पशुपति पारस ने कहा, "कल एनडीए गठबंधन ने बिहार लोकसभा के लिए 40 सीटों में से किस दल को कितनी सीटें मिलेंगी। इसका ऐलान हुआ। मैंने आज से पांच-छह दिन पहले कहा था कि हम तब तक इंतजार करेंगे, जब तक एनडीए का विधिवत घोषणा नहीं होती है। लेकिन कल विधिवत एनडीए की तरफ से सीटों की घोषणा हो गई।

NDA की लगन से सेवा की: पशुपति पारस

उन्होंने आगे कहा..हमारी पार्टी के पांच सांसद हैं,और मैंने बहुत लगन, वफादारी और ईमानदारी से एनडीए की सेवा की। आज भी मैं माननीय प्रधानमंत्री जी का शुक्रगुजार हूं. हमारी पार्टी और व्यक्तिगत रूप से हमारे साथ नाइंसाफी हुई है।. इसलिए मैं भारत सरकार के कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा देता हूं" पशुपति पारस इतना कहकर चले गए।

बिहार में सीटें नहीं मिलने के कारण दिया इस्तीफा    

बिहार में सीट बंटवारे के बाद एनडीए ने बीजेपी को 17 सीटें, जेडीयू को 16 सीटें और चिराग पासवान की एलजेपी को 5 सीटें दीं। हालांकि पशुपति पारस की आरएलजेपी को कोई सीट नहीं मिली। जिससे उन्हें नाराजगी हुई। उन्होंने हाजीपुर से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।हालांकि सीट बंटवारे में पशुपति पारस की आरएलजेपी को एक भी सीट नहीं दी गई। इस बात से वह काफी नाराज चल रहे थे। 

पारस खटखटा रहे महागठबंधन का दरवाजा

इससे पहले राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा कि हमारी पीठ में छूरा घोंपा गया है। हमारे साथ अन्याय हुआ है। आरजेडी से संपर्क में होने के सवाल पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि हमलोग राजनीति में भजन कीर्तन करने नहीं आए हैं। सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर है। कि हाजीपुर से पशुपति कुमार पारस चुनाव लड़ेंगे। पशुपति कुमार पारस इस सीट से अपने भतीजे चिराग पासवान के खिलाफ लड़ेंगे। चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन का दरवाजा खटखटा रहे पारस ने महागठबंधन में समस्तीपुर और नवादा सीटें भी मांगी हैं लेकिन उनकी महागठबंधन में एंट्री आसान नहीं दिख रही हैं।

 दलित सम्मान का मुद्दा उठाने की तैयारी में है पारस

सूत्रों के मुताबिक आरजेडी से उनकी बातचीत जारी है। पशुपति पारस दलित सम्मान का मुद्दा उठाने की तैयारी में हैं। एनडीए में अपने साथ हुए अन्याय को लेकर जनता के बीच जाने की पारस की तैयारी है। मालूम हो कि सोमवार की शाम बिहार की सीटों को लेकर एनडीए में बंटवारा हो गया है। पशुपति पारस जिनकी पार्टी में फिलहाल 5 सांसद है। इन्हें बिहार में एक भी सीटें नहीं मिली हैं। पारस के खाते की सभी सीटें उनके भतीजे चिराग पासवान को दे दी गई हैं। पशुपति कुमार पारस केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री भी हैं।