Delhi : बेसमेंट में अवैध सेंटर, 100 की जगह 200 छात्र; दिल्ली में कोचिंग सेंटर ऐसे बन रहे काल?
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए एक भयानक हादसे ने समाज को गहरे शोक में डाल दिया है। बीती रात, वहां के बेसमेंट में स्थित अवैध कोचिंग सेंटर में बारिश के पानी में डूबने से तीन छात्रों की मौत हो गई। इस दुर्घटना के बाद, शहर के नागरिकों की नजरें बिल्डिंगों के अवैध बेसमेंटों की ओर तेजी से बढ़ी हैं।
बेसमेंट में स्थित इन कोचिंग सेंटरों के बारे में सामाजिक रूचि वाले लोगों का कहना है कि यहां की क्वालिटी से ज्यादा क्वॉन्टिटी पर ध्यान दिया जाता है। अनुमानित रूप से 100 छात्रों के बैठने की जगह पर यहां पर 200 छात्र बैठाए जाते हैं। इससे न केवल आगामी संकट की संभावना बढ़ जाती है, बल्कि यह भी सुनिश्चित होता है कि इन सेंटरों में सुरक्षा और अन्य स्थानीय नियमों का पालन संभव नहीं हो पाता।
इसी तरह, इन बेसमेंटों में जो लाइब्रेरी, स्टडी और क्लासरूम स्थापित किए गए हैं, उनकी सभी सामग्रियों और व्यवस्थाओं की निगरानी नहीं हो पाती है। पिछले कुछ समय से इन संस्थानों पर आई जानलेवा हादसों के बाद भी, नागरिकों ने प्रशासन से इस बारे में सख्ती से सवाल उठाए हैं। पहले भी कई शिकायतें आई थीं, परंतु उनका समाधान नहीं हुआ था।
इन घटनाओं ने दिखाया है कि कैसे निगम और पुलिस प्रशासन में लापरवाही की गई है। बेसमेंट में अवैध तरीके से संस्थान चलाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है, जिसका सीधा असर नागरिकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर पड़ रहा है।
इस प्रकार, हमें सुनिश्चित करना होगा कि इन हादसों से सीख ली जाए और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। नागरिकों की सुरक्षा और जिम्मेदारी से निभाई गई समाज की हम सबको आवश्यकता है।